रम्मी वर्षों से हमारी कहानियाँ: पुरानी यादों का पुनर्जीवन
जब यादें सुबह की आँधी की तरह आती हैं, तो वे जैसे एक छोटे-छोटे चित्रों के अनुक्रम हैं, जो किसी अन्य समय को दर्शाते हैं। रम्मी जैसी यादें हमें अपने अहले बायत में दिए गए स्मृतियों की याद दिलाती हैं। सुबह को जब रम्मी की घर की छत पर चिड़ियाओं का चांदा अंधकार को तोड़ता है, तब यादें आती हैं। तब रम्मी की बहुत से धरती की यात्राएं, जिनमें नावे काख हराहर से बाहर निकल आती हैं, याद कराती हैं।
रम्मी ने हमें पाँच या छह वर्षों से उसके घर की पुरानी यादों को बार-बार सुनाया है। उसका घर जो एक छोटे गांव में था, जिसमें प्राकृतिक चांदनी और शांति की गहरी गहरी यादें थीं। उस गांव में जहाँ रम्मी की कोई खा नहीं थी, उसने अपने साथ-साथ चारों ओर छोटे-छोटे मसाले और घसीटें की याद भी बताईं। जब वह ताज्जुब और आश्चर्य से उस गांव के दूरदराजी की खूबसूरती का वर्णन करती है, तो हम सब उसकी यादों को पुनर्जीवन देने में लगे जाते हैं।
रम्मी की यादें बहुत छोटी बातें भी जैसे एक बार जब वह एक बुरा दिन में घर तक पहुंचा, उसे घर की छत पर आईंटा बैठने की इच्छा हुई थी। उस दिन वह बैठी थी और चाँद की नजर में अपने खेतों की खतरनाक दृश्य देख रही थी। उसने यह देखा कि चाँद उसे देख रहा था और उसके लिए एक आशावादी मुस्कान लटका रहा था। वह याद एक बार फिर उसे गहरी गहरी आशा दिलाती है।
रम्मी की यह पुनर्जीवन यादें हमें उस दिन की दिलचस्प कहानियों को दिखाती हैं जब हम छोटे थे और हमें हर रोज एक नई याद बनानी थी। जब हम उसकी यादों को सुनते हैं, तो हम जानते हैं कि जीवन की कोई भी याद नष्ट नहीं होती, यह वैसी होती है जैसे किसी भी समय वापस आ सकती है। हर एक याद एक छोटा-छोटा रहस्य है, जिसे हमें ठीक से समझने और सीखने की जरूरत है।
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